यूक्रेन से स:कुशल टिहरी पहुंची एमबीबीएस की छात्रा अदिति कंडारी, परिजनों ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार का जताया आभार।
आपको बातादें कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों का स्वदेश पहुंचने का सिलसिला जारी है। भारत सरकार ने मिशन एयरलिफ्ट के तहत यूक्रेन में फंसे छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को वहां से भारत वापस लाने का अभियान शुरू किया है।
टिहरी जिले की एमबीबीएस की छात्रा अदिति कंडारी भी सकुशल टिहरी पहुंच गई है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाईट लैंड करते ही परिजनों से बेटी को इस तरह गले लगे कि आज उनकी खुशियां वापस आ गई हैं। कंडारी परिवार ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताया है।
वही अदिति कंडारी ने बताया कि भारत सरकार के द्वारा एक जो प्रयास किए गए हैं वह सराहनीय हैं जिसके कारण आज हम अपने देश पहुंचे हैं लेकिन कई ऐसे बच्चे हैं जो अभी भी वहां पर फंसे हैं उनको लाने के लिए भारत सरकार को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए
यूक्रेन के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा अदिति कंडारी विशेष विमान से दिल्ली पहुंची। उनके पिता दर्मियान सिंह कंडारी को जैसे ही बेटी के स्वदेश पहुंचने की सूचना मिली, वे अपनी लाडली से मिलने के लिए उत्सुक दिखे। कंडारी नई टिहरी से सीधे देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिये रवाना हुए।
अदिति यूक्रेन से दिल्ली होते हुए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट लैंड हुई। बेटी को देखकर उनकी खुशी का आलम देखते ही बन रहा था। बेटी के स्वदेश लौटने पर उन्होंने इष्ट और मित्रों के साथ-साथ शासन-प्रशासन का आभार जताया। कहा कि भारत सरकार से आग्रह है कि वहां फंसे छात्रों और अन्य पेशेवर युवाओं को तत्काल वापस भारत लाने के लिए विशेष प्रयास करें। अदिति के साथ श्रीनगर गढ़वाल और देहरादून की दो अन्य लड़कियां भी यूक्रेन से उत्तराखंड पहुंची। अदिति ने बताया कि इन चार दिनों में उन्हें अहसास हुआ कि अपनों का साथ क्या होता है। कहा कि हालांकि उनकी वीडियो काॅलिंग माता-पिता से हो रही थी। बावजूद इसके वहां जो हालात हैं वह भयभीत करने वाला है। कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि सबकुछ ठीक कर दे।