भोजन माता प्रकरण पर सख्त हुए मुख्यमंत्री धामी, डीआईजी कुमाऊं को दिए निर्देश-दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही।
बीते दिनों चम्पावत के जीआईसी सूखीढ़ाग में भोजन माता को हटाने को लेकर प्रकरण सामने आया था जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी बयान दिया और इसको लेकर सरकार पर हमला बोला। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना था कि भोजन माता दलित वर्ग से आती थी इसलिए उसे हटाया गया जिसके बाद यह मामला तेजी पकड़ने लगा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस प्रकरण का संज्ञान लिया साथ ही इस पर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीआईजी कुमाऊं डॉ. नीलेश आनन्द भरणे को चम्पावत के जीआईसी सूखीढ़ाग में भोजन माता प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस मामले में दुष्प्रचार करने वालों पर भी निगरानी रखी जाए।