पिथौरागढ़ के सीमांत गांव-क्षेत्रों में जल्द ही लोगों को मिल पाएगी बेहतर संचार सुविधाएं।

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पिथौरागढ़ के सीमांत गांव-क्षेत्रों में जल्द ही लोगों को मिल पाएगी बेहतर संचार सुविधाएं।

पिथौरागढ़ के सीमांत गांव-क्षेत्रों में जल्द ही लोगों बेहतर संचार सुविधाएं मिलेंगी। जिले में नेटवर्क विहीन गांव क्षेत्रों को चिन्हित कर संचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने की कवायद तेज कर ली गई है।

आपको बातादें कि यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF)/टेलिकम्युनिकेशन विभाग भारत सरकार से आए एडमिनिस्ट्रेटर हरि रंजन राँय, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के निदेशक अमित सिन्हा, डिप्टी डारेक्टर अरूण वर्मा एवं जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने सोमवार को धारचूला स्थित पर्यटक आवास गृह में संचार व्यवस्थाओं से जुडी प्रमुख कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान जनपद के विभिन्न शैडो एरिया वाले क्षेत्रों मोवाईल टावर स्थापना कार्यो की भी गहनता से समीक्षा की। बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकश्वर सिंह, एसडीएम अनिल शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

टेलिकम्युनिकेशन विभाग के एडमिनिस्ट्रेटर राँय ने कहा कि नेटवर्क कनेक्टिविटी सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जिओ और बीएसएनएल को जिन मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति दी गई है उनको तत्काल स्थापित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि टावर स्थापना के लिए स्वीकृत प्रस्ताव किसी दशा में रद्द नही किए जाएगा। उन्होंने कंपनियों को निर्देशित किया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से टावर स्थापना के लिए शीघ्र भूमि चिन्हित करते हुए लीज एग्रीमेंट करना सुनिश्चित करें। ताकि नेटवर्क से वंचित सीमांत गांव क्षेत्र में लोगों को संचार की बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि टावर स्थापना कार्यो की नियमित समीक्षा की जाएगी।

इस दौरान जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जनपद के 146 गांवों में मोबाईल नेटवर्क की समस्या है, जिसमें से अधिकांश गांव धारचूला और मुन्स्यारी के ऊपरी क्षेत्रों में है। बीएसएनएल द्वारा 141 तथा जिओ कंपनी से 54 गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी दी जानी है।


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