टिहरी जनपद के चम्बा गबर सिंह चौक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने किया होलिका दहन

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टिहरी जनपद के चम्बा वीसी गबर सिंह चौक में विभिन्न समाजिक संगठनों, स्थानीय व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने किया होलिका दहन। आपको बतादें कि मान्यता है कि बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए होलिका दहन किया जाता है। हिन्दू धर्म में होली पर्व का विशेष महत्व है और इस पर्व की शुरुआत होलिका दहन से होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों में होलिका दहन को लेकर बताया जाता है कि पृथ्वी पर हिरण्यकशिपु नामक एक राजा शासन करता था, जो भगवान विष्णु का सबसे बड़ा शत्रु माना जाता था। उसने अपने राज्य में सभी को यह आदेश किया था कि कोई भी ईश्वर की पूजा नहीं करेगा। लेकिन उसका पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। जब हिरण्यकशिपु ने अपने पुत्र को भगवान की पूजा करते हुए देखा तो उससे सहा नहीं गया और अपने ही पुत्र को दंड देने की ठान ली। हिरण्यकशिपु ने प्रहलाद को कई बार कष्ट देना चाहा, लेकिन भगवान विष्णु ने हर समय प्रहलाद का साथ दिया।
अंत में अत्याचारी राजा ने अपनी बहन होलिका से मदद मांगी। आपको बतादें कि होलिका को यह वरदान था कि उसे अग्नि नहीं जला सकती है। इसलिए होलिका प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में प्रवेश कर गई। लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से होलिका उस अग्नि में भस्म हो गई और प्रहलाद बच गया। तब से होलिका दहन पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर विभिन्न समाजिक संगठनों से जुड़े लोग, पुलिस प्रशासन, स्थानीय व्यापारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे।


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