बच्चों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करने और प्रकृति को उसके मूल स्वरूप में बनाये रखने के लिए पौधारोपण करना सिखाएं, खुद भी पॉलिथीन का उपयोग बंद करें और परिवार के लोगों को पेपर या कपड़े के बैग के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करें-प्रो० एन०के० जोशी श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय मुख्यालय बादशाहीथौल में विश्व पर्यायवरण दिवस के अवसर पर मा0 कुलपति प्रो० एन०के० जोशी के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय मुख्यालय में पौधा रोपण किया गया और साथ ही साथ साफ सफाई भी की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा विश्व पर्यायवरण दिवस के अवसर पर समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पर्यायवरण के संरक्षण एवं संवर्धन के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। इस अवसर पर कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय में कार्यरत समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पौधा रोपण की तकनीक से भी अवगत करवाया गया तथा कुलपति द्वारा निर्देशित किया गया कि समस्त अधिकारी एंव कर्मचारी अपने द्वारा लगाये गये पौधे की प्रतिदिन देखभाल करेंगे और वह स्वयं भी इसकी निगरानी करेंगे।
प्रो0 जोशी ने यह भी बताया कि मानव और पर्यावरण का बहुत ही गहरा सम्बन्ध है और प्रकृति के बिना मानव जीवन सम्भव ही नहीं है। बच्चों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करने और प्रकृति को उसके मूल स्वरूप में बनाए रखने के लिए पौधारोपण करना सिखाएं। उनसे छोटे-छोटे पौधे लगवाए और उन पौधों में प्रतिदिन पानी का छिड़काव करना सिखाएं ताकि वह समझ सकें कि प्रकृति की सुरक्षा और उनके भविष्य के लिए पौधे व पर्यावरण कितने महत्वपूर्ण है। प्रो० जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि धरती और पर्यावरण के लिए पॉलिथीन बहुत ज्यादा नुकसानदायक है। पॉलिथीन या प्लास्टिक को जलाने से वायुमंडल प्रदूषित होता है। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए स्वयं से शुरूवात करते हुए सभी से अपील की वे पॉलिथीन का उपयोग बंद करें व कपडे / पेपर के बैग का इस्तेमाल करें व अन्य को भी प्रोत्साहित करें।
विश्वविद्यालय पर्यायवरण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा० वी०पी० श्रीवास्तव, सहायक परीक्षा नियंत्रक डा० बी०एल०आर्य, डा० हेमन्त बिष्ट, सहा0 कुलसचिव श्री हेमराज चौहान, श्री डी०एस० रावत, प्र० निजी सचिव वरूण डोभाल, श्री कुलदीप सिंह आदि उपस्थित रहे ।