मम्मी मेरे पापा कौन? ऐसे में कैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हो पाएगा साकार।
खबर का शीर्षक अटपटा जरूर है लेकिन सत्य है। आज द्वाराहाट विधानसभा में जगह-जगह पोस्टर लगे हैं और इन पोस्टरों में लिखा गया है ‘मम्मी मेरे पापा कौन’। साथ ही लिखा है ‘ऐसे में कैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’। रातों-रात लगे इन पोस्टरों से सियासत गरमाई हुई है। जहां कुछ लोग इसपर चुटकियां ले रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे सियासत से जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर रातों-रात ये पोस्टर लगाए किसने। पोस्टर में न तो प्रिंटिंग प्रेस का नाम है और न ही मुद्रक का नाम। पोस्टर को लेकर पूरी विधानसभा में चर्चाओं का बाजार गर्म है। उधर पुलिस को इन पोस्टरों की कोई जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार आज द्वाराहाट विधानसभा क्षेत्र में सुबह-सुबह लोगों ने जगह-जगह पोस्टर लगे देखे। देखते ही देखते ही मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने लगा। बताया जा रहा है कि पोस्टर ऐसे समय में लगाए गए हैं जब विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा द्वाराहाट विधायक महेश नेगी को मिली क्लीन चिट की खबर से उत्साहित होकर आतिशबाजी और मिष्ठान वितरण का कार्यक्रम किया जा रहा है। चारों तरफ पोस्टर को लेकर चर्चाएं तेज हो चली हैं। बात उठ रही है कि क्या यह पोस्टर कांग्रेस की तरफ से लगाए गए हैं या फिर घर का भेदी लंका ढाने में लगा है। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनावों को अब कुछ ही समय बचा है। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावों को लेकर सक्रिय हैं ऐसे में अपने प्रतिद्वंद्वियों को चुनाव में मात देने के लिए हर हथकण्डा अपनाया जा रहा है। पोस्टर काण्ड के बाद पोस्टर किसने चिपकाए इसको लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि अभी हाल ही में हाईकोर्ट ने दुष्कर्म की पुष्टि नहीं होने पर द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर दायर याचिका निस्तारित कर दी थी। महिला की ओर से दायर मामले में कोर्ट ने सरकार और विधायक से 13 जनवरी तक शपथ पत्र पेश करने को कहा है और अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी। बीते शुक्रवार को न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की एकलपीठ के समक्ष इस मुकदमे के जांच अधिकारी की ओर से अंतिम जांच रिपोर्ट पेश की गई। जांच में विधायक नेगी के खिलाफ रेप की पुष्टि नहीं हुई।