प्रधानमंत्री मोदी के पे चर्चा वर्चुअल कार्यक्रम में महाविद्यालय पोखरी और इंटर कॉलेज तपोवन के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर लिया हिस्सा।
इंटर कॉलेज तपोवन के कार्यक्रम में प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बच्चों का बढ़ाया उत्साह।
बेलमती चौहान महाविद्यालय पोखरी तथा जीआईसी तपोवन के छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय परिवारों ने प्रधानमंत्री मोदी के परीक्षा पे चर्चा वर्चुअली कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, जीआईसी तपोवन के कार्यक्रम में प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल शामिल हुए।
परीक्षा का नाम सुनकर अक्सर बच्चों में डर की भावना पैदा होती है। इस डर को दूर करने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम विगत वर्षों से निरंतर आयोजित होता आया है।
इस वर्ष कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए यह कार्यक्रम वर्चुअली संवाद के जरिए संपादित किया गया।
परीक्षा पे चर्चा के इस वर्चुअली कार्यक्रम में बेलमती चौहान राजकीय महाविद्यालय पोखरी तथा जीआईसी तपोवन के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और प्रधानमंत्री के संबोधन को ध्यानपूर्वक सुना।
वहीं इस कार्यक्रम में इंटरमीडिएट कॉलेज तपोवन छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय परिवार सहित प्रदेश के वन मंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक सुबोध उनियाल ने भी हिस्सा लिया।
इस दौरान छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री की बातों पर गौर करते हुए कहा कि हमें देश के प्रधानमंत्री से परीक्षा के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला है कि कैसे निडर और भय मुक्त होकर परीक्षा देनी चाहिए।
देश के प्रधानमंत्री द्वारा छात्र- छात्राओं से सीधा संवाद किया गया,
निडर और सहज होकर कैसे परीक्षा दी जाए इस पर प्रधानमंत्री ने छात्र- छात्राओं को अनेकों टिप्स दिए।
प्रधानमंत्री के परीक्षा पर चर्चा जैसे छात्र उपयोगी कार्यक्रम को छात्र-छात्राओं सहित सभी लोगों ने मुक्त कंठ सराहा है।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज तपोवन में प्रधानमंत्री द्वारा परीक्षा पर चर्चा वर्चुअली संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अक्सर बच्चे परीक्षा के नाम से डरते हैं,बच्चों के अंदर से भय दूर हो, इसी को लेकर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम वर्षों से किया जा रहा है,परीक्षा के नाम पर बच्चों में जो भय बना रहता था इस कार्यक्रम से वह बहुत हद तक दूर हुआ है। उन्होंने बच्चों को विज्ञान,साहित्य कला आदि विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने वालों के उदाहरण देकर प्रेरित किया।