देहरादून। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले में पुलिस हर बिन्दु पर जांच कर रही है। वहीं पुलिस ने महंत आनंद गिरि पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। इस मामले में आनंद गिरि के साथ ही दो अन्य शिष्यों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की तरफ से दफा 306 यानी आत्महत्या के लिए मजबूर करने या उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस की तरफ से दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि आनंद की प्रताड़ना की वजह से ही मंहत ने अपनी जान दे दी। हालांकि साथ ही पुलिस का कहना है कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ जाता तब तक कुछ भी कहना सही नहीं होगा। आनंद गिरि को हरिद्वार से पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं प्रयागराज लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए जाने से पहले आनंद गिरि ने मीडिया के सामने कहा कि इस बात में उन्हें शक नहीं कि उनके गुरु महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की गयी है। इसमें कौन लोग शामिल हैं, इस बात का खुलासा होना चाहिए। कई लोग ऐसे हैं, जिन पर उन्हें शक है और सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। मैं अगर दोषी पाया जाता हूं तो फिर मुझे भी सजा मिलनी चाहिए। उधर इस मामले में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि साजिश न होती तो महाराज जी कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकते थे। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी दोषी होगा उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच भी की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे मामले पर राजनीति कर रही है।
बलवंत रावत
संपादक