नई टिहरी : संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने कामगारों की मांगों को लेकर जिलेभर में रैली-प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी।
उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। जिससे कर्मचारी अपने भविष्य के प्रति आशंकित है। बैंकों को बेवजह निजीकरण कर सरकार कारपोरेट घरानों के हाथ मजबूत कर रही है। विरोध में कई बैंक, पोस्ट आफिसों, बीमा कंपनियों में कार्य प्रभावित रहा।
सोमवार को 10 सूत्री मांगों को लेकर सीटू के बैनरतले संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने जिला मुख्यालय पर रैली निकालकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष विशाल राणा, सचिव चिंतामणि थपलियाल, नित्यानंद बहुगुणा, जगमोहन रांगड़, श्रीपाल चौहान के नेतृत्व में आयोजित रैली मे केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर नीतियों के विरोध किया गया। उन्होंने डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। मुख्य मागों में भोजनमाता, आशा, आंगनबाड़ी को न्यूनत 18 हजार वेतन, पेयजल निगम और जल संस्थान में कार्यरत श्रमिकों को विभाग में नौकरी आदि शामिल है। इधर, डाक सेवक संघ और संबंधित कर्मियों ने पोस्ट ऑफिसों में पांच दिन कार्य सप्ताह लागू करने, जीडीएस कर्मियों को कमलेश चंद्र कमेटी की सिफारिशें लागू करने, फिनेकल और सैप सर्वर की क्षमता बढ़ाने, डीएम पर लगी रोग हटाने सहित कई मांगों को लेकर मुख्य डाकघर में प्रदर्शन किया। इस मौके पर नीरज नौटियाल, अकबर पुंडीर, वीरेंद्र नेगी, विनयलक्ष्मी रजवार, नीलिमा, सरोज, नवीन जोशी, मुन्नी देवी, चैन सिंह चौहान, राजपाल नेगी, आशीष नौटियाल, विजेंद्र राणा, अरूण पुंडीर मौजूद रहे। थत्यूड़ में डाककर्मी नागेंद्र सिंह राणा, सुभाष रांगड़, ओम प्रकाश भट्ट, संतराम पंवार, राजेंद्र रौतेला, जयवीर पुंडीर, जयवीर रावत, रणवीर नेगी के नेतृत्व में मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। वहीं निजीकरण और अन्य मांगों के विरोध में ऑल इंडिया बैंक एसोसिएशन के जुड़े बैंकों ने दो दिनी कार्य बहिष्कार रखा। लीड बैंक अधिकारी कपिल मारवाह ने बताया कि हड़ताल में एसबीआई, पीएनबी और जिला सहकारी बैंक शामिल नहीं रहे। अलबत्ता केनरा, बीओएम सहित कई अन्य बैंकों की हड़ताल का जिले में आंशिक असर देखने को मिला।