टिहरी
नरेंद्रनगर स्थित पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में 135 उपनिरीक्षक प्रशिक्षुओं की 6 माह के पदोन्नति प्रशिक्षण के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली,
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कार्यक्रम में पहुंचने पर पुलिस बैंड के मधुर धुन के साथ देश भक्ति से ओत-प्रोत भाव गान के साथ स्वागत किया गया,
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने परेड का निरीक्षण किया, सलामी ली,
तथा अपने उद्बोधन में उच्च कोटि की पासिंग आउट परेड की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस के लिए चुनौतियां बहुत हैं, इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए,खाकी वर्दी की बदौलत पावर, हथियार व कानून को इस्तेमाल करने की इजाजत मिलती है, मगर ये अधिकार *पीड़ित केंद्रित पुलिसिंग* कार्रवाई के लिए प्रयोग में लाये जाने चाहिए,
डीजीपी ने कहा कि सब इंस्पेक्टर पुलिस विभाग की रीड हुआ करती है,
कहा कि पुलिस को आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों के अलावा और भी चुनौतियों के लिए हर वक्त तैयार रहना चाहिए,
डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस द्वारा कावड़ यात्रा सहित टूरिस्ट यात्रियों की सुरक्षा, बरसात के दिनों में आपदा व चार धाम यात्रा को बखूबी निपटाए जाने की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें आतंकवाद, नक्सलवाद, संप्रदायवाद से बखूबी निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और पीड़ितों के लिए मित्र पुलिस की भूमिका साकार करनी चाहिए।
इस मौके पर उपनिरीक्षक प्रशिक्षुओं में बड़ा उत्साह देखने को मिला कार्यक्रम के बाद उन्होंने नाच-गाने के साथ खुशी मनाई, और कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ,उन्हें जो भी तालीम दी गई है उसे वे, अपनी तैनाती स्थल पर अपने कौशल कार्यों के दम पर मित्र पुलिस की भूमिका को व्यवहार में बदलने को कृत संकल्प रहेंगे।
प्रशिक्षण में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु अमनदीप सिंह, पूरन सिंह, नरेश सिंह, राजेंद्र सिंह, पंकज डंगवाल व महेंद्र सिंह जीना को डीजीपी के हाथों मैडल देकर पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के निदेशक ददन पाल, जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर, अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल व पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र प्रसाद बलूनी सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति तथा नागरिक मौजूद थे।