टिहरी। प्रदेशभर में आज जन्माष्टमी पर्व की धूम मची हुई है, हर तरफ आस्था और उल्लास का माहौल बना हुआ है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। इसी क्रम में टिहरी में भी जन्माष्टमी का उत्साह देखने को मिल रहा है, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीरघुनाथ मंदिर से कृष्ण चौरी होते हुए भगवान श्रीकृष्ण और बलराम की नए रथ में झांकी निकाली गई। देवप्रयाग में तीर्थ पुरोहित समाज की ओर से आयोजित श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की झांकी की शुरुआत परंपरा अनुसार दलित महिलाओं द्वारा कृष्ण बलराम बने बालकों को टीका कर उनका आशीर्वाद लेने से हुई। देवप्रयाग नगर स्थित टिहरी और पौड़ी जिला स्थित सभी बाजारों से ढोल मंजीरों व भजन गायन करते भक्तों की टोली संगम स्थल तक पहुंची, यहां रघुनाथ मंदिर से लाई गई गोपाल की मूर्ति सहित श्रीकृष्ण, बलराम बने बालकों का पूजन किया गया। जिसके बाद जन्मोत्सव झांकी का वापस श्री रघुनाथ मंदिर में पहुंचने पर समापन हुआ। प्रसाद रूप में 70 किलो घी के लड्डू श्रद्धालुओं को बांटे गए। इस से पूर्व गुरुवार आधी रात चंद्र उदय के साथ श्री रघुनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्म लीला का आयोजन किया गया। उधर प्रतापनगर क्षेत्र में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। क्षेत्र के सेम मुखेम, दीनयाली, रमोल गांव, दुलियाब, मिश्रवाण गांव, लंबगांव,भेलूनता, जाखणी गांवों में जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के भजनों और गीतों के साथ जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया। जन्मोत्सव में श्रीकृष्ण (अर्थव भट्ट), बलराम(शिवांश तिवाड़ी) सहित श्रीराम लीला समिति अध्यक्ष शशि कांत पंचभैया, नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल, उत्तम भट्ट, अतरेश ध्यानी, समीर पंचपुरी, सुभाष ध्यानी, सुरेश मिश्रा, अजय तिवारी आदि शामिल थे।
बलवंत रावत
संपादक