टिहरी। विद्युत अधिनियम 2022 का विरोध करते हुए आज उत्तरांचल विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा आहवान पर बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कहा गया कि केंद्र सरकार की ओर से विद्युत अधिनियम 2022 को सीधे संसद के पटल पर रखकर पारित किया गया। कर्मचारियों ने विद्युत वितरणखंड नई टिहरी में गेट मीटिंग कर विद्युत अधिनियम का विरोध किया। इस मौके पर उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ के मंडल सचिव राजेंद्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि विद्युत अधिनयम 2022 को पारित कर केंद्र सरकार बिजली सेक्टर को समाप्त करने के काम में लगी है। साथ ही बिजली सेक्टर को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी भी की जा रही है। कहा बिजली सेक्टर के निजी हाथों में जाने से उपभोक्ताओं को भविष्य में सब्सिडी नहीं मिल पायेगी, और महंगी दरों पर बिजली का भुगतान करना होगा। उन्होंने सरकार से पारित विद्युत अधिनियम को शीघ्र वापस लेने की मांग की है। इस दौरान राकेश राणा, इं. अमित तोमर, इं. अनुज कुमार, अरविंद बहुखंडी, विजय रतूड़ी, रवीन्द्र प्रताप सिंह, संजीत राणा, कीर्ति रावत, विक्रम तोपवाल, देवेंद्र, नीरज कुमार, गौतम रावत, कांति उनियाल, विरेंद्र गुसाईं, विजय लाल, दिगंबर चमोली, मनवीर कृषाली, मोनिका रावत,सरोजनी देवी, संदीप राणा, जयेंद्र जुयाल, विवेक डबराल आदि मौजूद थे।
बलवंत रावत
संपादक